दंगों और अपराध के मामले में सबसे आगे रहने वाले उत्तर प्रदेश को बिहार पछाड़ दिया है। हाल के आंकड़े देखे तो यूपी में बिहार की तुलना में सांप्रदायिक हिंसा के मामले कम हुए हैं।
ताजा आंकड़ों के मुताबिक सांप्रदायिक हिंसा के मामले में बिहार का छठा स्थान है। पिछले साल के आंकड़ों पर नजर डालें तो पिछले वर्ष बिहार में 61 मामले दर्ज हुए जबकि इस वर्ष जून तक 41 सांप्रदायिक हिंसा के मामले दर्ज हुए हैं।
आंकड़ों के लिहाज से बिहार तीन पायदान उपर उठकर नौंवे स्थान से छठे स्थान पर पहुंच गया है। वर्ष 2015 में जनवरी से जून तक के आंकड़ों के अनुसार बिहार में 14 और यूपी में 10 सांप्रदायिक मामले दर्ज हुए हैं।
उत्तर प्रदेश में वर्ष 2010 से 2014 के बीच कुल 703 सांप्रदायिक हिंसा की घटनायें हुई हैं जिसमें 176 लोगों की मौत हुई है जबकि 2007 लोग इन दंगों में घायल हुए हैं।
सांप्रदायिक हिंसा शीर्ष पर पांच राज्य
कुल दर्ज मामले
उत्तर प्रदेश 703
महाराष्ट्र 484
मध्य प्रदेश 416
कर्नाटक 356
गुजरात 305
ये आंकड़ें वर्ष 2010 से 2014 के बीच के हैं। वहीं अगर सांप्रदायिक हिंसा के चलते मौतों के आंकड़ों पर नजर डालें तो इस लिस्ट में यूपी सबसे उपर है।
सबसे अधिक सांप्रदायिक मामलों हुई मौतें
उत्तर प्रदेश 176
महाराष्ट्र 70
मध्य प्रदेश 68
राजस्थान 48
गुजरात 34
Source – OneIndia