क्या पूरे दिन जी तोड़ मेहनत करते हैं और रात को फिर भी नींद नहीं आती? अगर ऐसा है तो थोड़ा सर्तक होने की जरूरत है। नींद न आना भी एक प्रकार की स्वास्थ्य समस्या है, जिसे स्लीप डिसऑर्डर कहते हैं। डॉक्टरों की मानें तो देश में हर पांचवां व्यक्ति इस समस्या से पीड़ित है।
जबकि महज 20 प्रतिशत लोग ही इसे स्वास्थ्य समस्या मानते हुए उपचार के लिए अस्पताल पहुंचते हैं। शेष 80 प्रतिशत लोग इस समस्या को गंभीरता से नहीं लेते। इससे ही जुड़ी एक और बीमारी है जिसे ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एप्निया (ओएसए) कहते हैं।
नींद नहीं आने के कारण
नींद नहीं के कारणों में काम का बोझ, शिफ्ट में काम, रात के समय चाय या अल्कोहल का अधिक सेवन, डिनर में भारी खाना, जर्नल रूटीन फॉलो नहीं करना शामिल हैं।
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इनके अलावा कुछ शारीरिक और मानसिक बीमारियां भी नींद नहीं आने का कारण बनती हैं जिसमें अस्थमा, सांस लेने में दिक्कत, हार्ट डिजीज, माइग्रेन आदि शामिल हैं। लंबे समय तक नींद नहीं आने का बड़ा कारण साइकोलॉजिकल प्रॉब्लम भी होती हैं।
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बेहतर नींद के लिए इन बातों का रखें ध्यान
सोने और उठने का टाइम फिक्स करें। हैवी डिनर न लें। स्मोकिंग और अल्कोहल से बचें। शाम को 6 बजे के बाद चाय पीने से बचें। सोने से 3 घंटे पहले तक हैवी एक्सरसाइज ना करें। दिन में सोने से बचें। सोने का कमरा डार्क, कूल और साउंड नहीं होना चाहिए। सोने से पहले रिलैक्सेशन एक्सरसाइज भी है जरूरी।
बेहतर नींद के लिए खाएं ये चीजें
डिनर हल्का रखें डिनर और नींद के बीच 2 से 3 घंटे का गैप होना चाहिए, डिनर में हरी सब्जियां और कम तेल वाली चीजें खाएं रात को मीट खाने से बचें डिनर के बाद एक्सरसाइज से बचें
रात को अचानक नींद खुल जाए तो क्या करें
अगर रात को सोते समय अचानक आपकी नींद खुल जाती है, तो आपको अपने मोबाइल को चेक नहीं करना चाहिए। इसके अलावा कुछ लोग घड़ी को देखते रहते हैं। आपको ऐसा करने से बचना चाहिए। कुछ लोग टीवी ओन कर देते हैं जोकि एक गलत आदत है। इसके बजाय आपको कुछ लाइट बुक पढ़नी चाहिए या कुछ लाइट म्यूजिक सुनना चाहिए, इससे नींद आती है।