आज जयपुर की सड़कों पर संघ और उसके सहयोगी हिंदूवादी “बजरंग दाल” “करणी सेना” एवं अन्य समर्थक बीजेपी के विरुद्ध सड़कों पर उतरे और चक्का जाम किया ! मिर्जा इस्माइल रोड से झोटवाड़ा पुलिया और कई अन्य स्थानों पर प्रशाशन के अमानवीय व्यवहार के विरूद्ध नारे बाज़ी हुई और सड़कें रोकी गयी।
यह विरोध अतिक्रमण हटाने और विकास के नाम पर मंदिर तोड़े जाने के विरुद्ध हुआ। प्रशाशन का कहना है की जो मंदिर सड़क पर थे और अतिक्रमण करने के लिए बनाये गए थे केवल उन्हें ही तोडा गया है ! जबकि लोगों ने विरोध किया और कहा कि सभी मंदिर सड़क पर नहीं थे और न ही अतिक्रमण की दृष्टि से नए थे ! एक मंदिर तो लगभग २७० साल पुराना था और जयपुर शहर बसे लगभग २०७ वर्ष ही हुए हैं !
हिन्दुओं को भी अब लगने लगा है कि विकास के नाम केवल हिन्दुओं पर कार्यवाही होती है चाहे सरकार किसी की भी हो, मस्जिदों पर कोई कार्यवाही नहीं करता और बीजेपी भी अब अल्पसंख्यक तुष्टिकरण की राजनीति पर उत्तर आई है। इस भेदभाव से चिढकर खुद हिन्दू संगठन ही हिन्दूवादी पार्टी कही जाने वाली बीजेपी के विरोध में उतर आये हैं। ये विरोध कितना आगे जायेगा ये कहा नहीं जा सकते पर लड़ाई का बिगुल बज चूका है।