स्वस्थ रहने के लिए पौष्टिक आहार बहुत जरूरी है, लेकिन जब बात हो नवरात्र के व्रत में आहार की तब यह और भी जरूरी हो जाता है कि खान-पान का खास ख्याल रखा जाए। वैसे आमतौर पर तला-भुना खाया जाता है, लेकिन आपको नवरात्र व्रत के दौरान तले-भुने खाने से परहेज रखना चाहिए।
व्रत से शरीर के डाइजेशन सिस्टम को आराम मिलता है और मेटाबॉलिक रेट बढ़ जाता है। हालांकि इस दौरान कुछ बातों का ध्यान रखना बहुत जरूरी है, वरना इसका उल्टा प्रभाव भी पड़ सकता है।
पोषक तत्वों की कमी से कई तरह की बीमारियों का सामना भी करना पड़ सकता है, इसलिए ये जरूरी हो जाता है कि ऐसे खाद्य पदार्थों का सेवन किया जाए, जिससे पोषक तत्वों की पूर्ति के साथ ऊर्जा भी मिले।मखाना, जिसे आप ड्राई-फ्रूट के साथ हल्का-फुल्का स्नैक्स भी कह सकते हैं, इसे खाने से बीमारियों से बचाव होता है।आप इसे व्रत में भी खा सकते हैं।
पौष्टिक और उर्जावान :
व्रत के दौरान शरीर में पानी की कमी नहीं होनी चाहिए। प्रतिदिन 6-8 गिलास पानी जरूर पिएं। डाइट में ऐसे फल शामिल करें, जिसमें पानी की मात्रा अधिक हो। अंगूर, लीची, संतरा, मौसमी ऐसे ही फल हैं।
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थोड़े-थोड़े अंतराल पर कुछ न कुछ फलाहार करती रहें। पेट खाली रहने से एसिडिटी बढ़ सकती है। अपने खाने में हाई कार्बोहाइड्रेट डाइट जैसे आलू, साबूदाना आदि को शामिल करें
साबूदाने से बना कोई व्यंजन दही के साथ लिया जा सकता है। किसी दिन बदलाव के तौर पर कुट्टू के आटे से बनी पूरी और आलू की सब्जी के साथ दही ले सकती हैं।
दूध में ढेर सारे प्रकार के मेवे डालकर आप इसकी खीर बना सकती हैं। जो खाने में तो स्वादिष्ट होगी ही साथ आपके शरीर को भी शक्ति मिलेगी।
जब आप से आपकी भूख बिल्कुल भी कंट्रोल नहीं हो रही है तो आप आसानी से साबूदाने की पकौड़ी बनाकर उसक लुत्फ उठा सकते है।
दूध के साथ फल ले सकती हैं, या फिर दूध के साथ भीगे बादाम खा सकती हैं।
सूखे मेवे आपको फिट रखेंगे या फिर सादी चाय के साथ रोस्टेड मखाने ले सकती हैं।
व्रत में ये सावधानियां बरतें
व्रत के दौरान अधिक तला-भुना नहीं खाना चाहिए। इससे कैलोरी की मात्रा बढ़ेगी। प्रोटीन, फैट, कार्बोहाइड्रेट, विटमिन और मिनरल्स के साथ-साथ सभी जरूरी पोषक तत्वों का सेवन करें।
नवरात्रों के दौरान स्वस्थ रहने और बाद में इसके कोई अतिरिक्त प्रभाव ना पड़े इसके लिए आपको चाहिए कि आप अधिक से अधिक तरल और पेय पदार्थों का सेवन करें।
कुट्टू के आटे और आलू का अधिक सेवन नहीं करना चाहिए।
नवरात्र में सुस्ती से बचने के लिए पनीर और फुलक्रीम दूध से बचें। ताजे फलों के जूस का सेवन करें।