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मृत सागर : जहां नहीं है जीवन 2

मृत सागर : जहां नहीं है जीवन

जैसे कि नाम से ही लगता है – मृत-सागर यानी कि मरा हुआ समुद्र। लेकिन यह सागर मरा हुआ नहीं है, बल्कि इसमें कोई भी प्राणी जीवित नहीं रह सकता, इसलिए इसे ‘मृत-सागर’ कहते हैं। वास्तव में मृत-सागर एक खारी झील है। यह इस्राइल और जोर्डन नामक देशों के बीच में स्थित है।

इसकी लंबाई 77 किलोमीटर और चौड़ाई 18 किलोमीटर है। कहीं-कहीं यह संकरा हो गया है। वहां उसकी चौड़ाई 5 किलोमीटर तक भी है। वर्तमान में इसकी सतह समुद्री सतह से 396 मीटर नीचे है। यानी कि यह संसार में पानी का सबसे नीचा क्षेत्र है।

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आओ, उसके अतीत के बारे में कुछ वैज्ञानिक तथ्य  जानें। लाखों वर्ष पहले ‘मृत-सागर’ की सतह आज  की सतह से लगभग 427 मीटर ऊंची थी। उस समय निश्चित ही इसमें अनेक समुद्री जीव-जंतु रहते थे। लेकिन अचानक प्राकृतिक विपदा आयी। एक बार भंयकर सूखा पड़ा और इसका सारा पानी वाष्प बनकर उड़ गया। बाद में धीरे-धीरे पानी तो भरता गया परंतु पूर्व की स्थिति में नहीं आ पाया। इस सागर की एक विशेषता यह है कि इसमें जोर्डन नदी और कुछ छोटे-छोटे नाले मिलते हैं।

लेकिन वह बाहर नहीं निकलते। इस कारण इसका पानी मात्र भाप बनकर उड़ जाने से ही कम होता है। इसी का दुष्परिणाम है कि जोर्डन नदी और अन्य नालों के पानी द्वारा लाये गये नमक और घुलनशील खनिजों की मात्रा इसमें बहुत अधिक है और यह मात्रा बढ़ती जा रही है।

इस सागर में संसार के सभी सागरों से अधिक नमक और प्रदूषण है। साधारणत: दूसरे समुद्रों के पानी में नमक की मात्रा 4 से 6 प्रतिशत तक होती है। लेकिन मृत-सागर में नमक 25 प्रतिशत तक है। इस जल को चखने मात्र से ही बीमार पड़ जाने की संभावना बन जाती है क्योंकि खारेपन के साथ ही इसमें अनेक जहरीले पदार्थ जैसे मैग्नीशियम क्लोराइड आदि की मात्रा बहुत है।

इन्हीं नमक और दूसरे •ाहरीले पदार्थों के अधिक मात्रा में होने के कारण इस सागर में कोई भी जीव जीवित नहीं रह पाते। जोर्डन नदी और अन्य छोटे-छोटे नालों की मछलियां और दूसरे जीव-जंतु इस पानी में आते ही मर जाते हैं। इस दृष्टि से इसे मृत-सागर कहना अनुचित नहीं है।

मृत-सागर में नमक और •ाहरीले पदार्थों के अलावा अनेक उपयोगी पदार्थ भी मौजूद हैं जिनमें पोटेशियम कार्बोनेट, क्लोराइड, ब्रोमीन, मैग्नीशियम, कैल्शियम क्लोराइड आदि प्रमुख हैं। एक अनुमान के अनुसार मृत-सागर में 25 टन से भी अधिक कृत्रिम पोटाश है। इतना तो आप जानते ही होंगे कि पोटाश से कृत्रिम खादें बनायी जाती हैं। यह हमारे खेतों के लिए बहुत उपयोग हैं।

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