समय से पहले बाल सफेद होना:
~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~
बदलती जीवनशैली, प्रदूषण और खानपान की गड़बड़ी जैसी बहुतेरे बदलावों के फलस्वरूप बालों का कम उम्र में सफेद हो जाना आज हर चार में से एक व्यक्ति की समस्या तो है ही।
आप बालों की लाख कलरिंग कर लें, डाइ से छुपा लें या सफेद बाल हटा लें, ये सब आपकी समस्या का प्रभावी हल कभी नहीं हो सकते हैं।
– लंबे समय तक बीमार रहने वाले लोगों के बाल भी जल्द सफेद होते हैं।
– पर्यावरण में मौजूद प्रदूषण से भी कम उम्र में बाल सफेद होते हैं।
– बहुत अधिक केमिकल वाले शैंपू, केमिकल डाइ या रंग और महक वाले तेल से भी बाल सफेद होते हैं।
— नीम के बीजों के तेल को रात में बालों में लगाते है और सुबह इसे धो लिया जाता है। सप्ताह में इस तेल से बालों पर कम से कम 2 बाल मालिश करे |
— नारियल के तेल में नीम के बीजों को उबालते हैं और इस तेल से सप्ताह में दो बार मालिश करे ।
–कुसुम के बीजों का चूर्ण और बबूल की छाल का चूर्ण, दोनों समान मात्रा में लेकर तवे पर भून लिया जाता है। जलने की वजह से राख जैसा मिश्रण तैयार हो जाता है, इस मिश्रण को नारियल या मोगरा के तेल के साथ मिलाकार सिर पर मालिश किया जाए तो बालों की वृद्दि तेजी से होती है और यही फार्मुला गंजापन भी रोकने में मदद करता है।
— इंद्रायण नामक पौधे की जडों को गौ-मूत्र में कुचलते हैं और सिर पर लगाते हैं। इनके अनुसार प्रतिदिन ऐसा करने से गंजापन नहीं आता और बालों की जडों को मजबूती भी मिलती है।
–बालों की बेहतर सेहत और घने बनाने के लिए शंखपुष्पी के ताजे पौधों को सुखा लिया जाए और १०० ग्राम चूर्ण तैयार किया जाए। इस चूर्ण को १ लिटर नारियल तेल में डालकर मध्यम आँच पर 20-25 मिनिट तक गर्म किया जाए। जब यह ठंडा हो जाए तो इसे छानकर बालों पर लगाया जाए, यह बालों की जडों को मजबूती प्रदान करता है और इन्हें घना भी करता है।
–आँवले के फलों का चूर्ण२५ ग्राम /पेस्ट लिया जाए और इसमें एक टमाटर कुचल कर मिला जाए, इन दोनों को अच्छी तरह से मिलाकर सिर पर लगाकर 20 मिनिट तक मालिश किया जाए तो बालों से डेंड्रफ दूर हो जाते हैं। ऐसा सप्ताह में कम से कम एक बार अवश्य करना चाहिए।
–बालों पर नारियल का ताजा पानी लगाकर हल्की हल्की मालिश करने से बालों का रूखापन दूर होता है और इनके झडने का सिलसिला कम हो जाता है।ताजे हरे नारियल के फल से निकाली गई मलाई को भी बालों पर हल्का हल्का रगडकर मालिश करे |
— अनंतमूल की चाय तैयार करते हैं, माना जाता है कि बालों की बेहतर सेहत के लिए यह चाय बडी कारगर है। इस चाय को तैयार करने के लिए अनंतमूल की जडों के साथ कुछ मात्रा में सेमल की छाल भी मिला दी जाती है और इसे पानी में डालकर खौलाया जाता है। ठंडा होने पर इसे छान लिया जाता है और पी लिया जाता है। यह फार्मुला बालों की सेहत बेहतर करता है और साथ ही बालों का असमय पकना भी रोकता है।
— गुडहल के लाल फूलों को नारियल तेल में डालकर गर्म करे ठंडा होने पर बालों पर इस तेल से मालिशकरे । कहा जाता है कि नहाते वक्त बालों पर इस तेल को लगाया जाए और नहाने के बाद बालों को आहिस्ता आहिस्ता सूती तौलिये से सुखा लिया जाए, और नहाने के बाद भी इस तेल को बालों पर लगाया जाए, काफी तेजी से बालों की सेहत में सुधार आता है।
–गुडहल के ताजे लाल फूलों को हथेली में कुचल लिया जाए और इस रस को नहाने के दौरान बालों पर हल्का हल्का रगडा जाए, गुडहल एक बेहतरीन कंडीशनर की तरह कार्य करता है।
मुनगा/ सहजन की पत्तियों को कुचलकर नहाने से पहले बालों में लगाया जाए तो माना जाता है कि बालों से डेंड्रफ दूर करने में काफी मदद होती है। सहजन की पत्तियों का चूर्ण तैयार कर तेल में मिलाकर रात सोने से पहले सिर में लगाने से असमय पकने की प्रक्रिया को भी रोक देता है।
– केमिकल हेयर कलर और डाइ से दूर रहें। कई बार इनके इस्तेमाल से कुछ समय के लिए भले ही आपके बाल काले दिखते हों लेकिन दोगुनी तेजी से बाल सफेद भी होते हैं।
– अगर आप बहुत तेज महक वाले तेल का इस्तेमाल करते हैं तो इनकी जगह नारियल या सरसो के तेल का इस्तेमाल करें। इससे बालों की रंगत लंबे समय तक बरकरार रहेगी।
– बाल लंबे समय तक अपनी रंगत न खोएं इसके लिए आप बेझिझक होकर आंवला, शिकाकाई आदि का उपयोग करें। आंवले को न सिर्फ डाइट में शामिल करें बल्कि मेंहदी में मिलाकर या घोल बनाकर बालों की कंडिशनिंग करते रहें। चाहे तो आंवले को बारीक काट लें और गर्म नारियल तेल में मिलाकर सिर पर लगाएं। इससे भी बाल सफेद नहीं होंगे।
– कढ़ी पत्ता खाने से भी बाल जल्दी सफेद नहीं होते। भोजन में कढ़ी पत्ते का इस्तेमाल भी करें। आंवले की तरह ही कढ़ी पत्ते को भी को बारीक काट लें और गर्म नारियल तेल में मिलाकर सिर पर लगाएं।
-नैचुरल हेयर डाइ का इस्तेमाल करें जैसे मेंहदी, चायपत्ती का पानी, चुकंदर का रस। इनसे बालों को जरूरी तत्व भी मिलेंगे और इनका रंग भी बरकरार रहेगा।