याददाश्त से हमारी जिदगी अर्थवान बनती है। अगर हमारे जीवन में याददाश्त न होती तो हर सुबह हम अपने लिए या दुनिया के लिए अजनबी होते। दिमाग का सही इस्तेमाल करने के लिए हमे चीजों को याद रखना भी जरूरी है।
हम हर सामान या चीजों को याद रखने की कोशिश करें, तो हमारा दिमाग परेशान हो जायेगा। सब चीजों को याद रखने की बजाय हमारी जो जरूरी चीजे है हम उन्हें याद रखें, ताकि हमारी याददाश्त सामान्य बनी रहें। अगर हमारी याददाश्त न होती तो आईना भी हमारी पहचान न कर पाता। हम कौन है कहां से आए क्या करना है। याददाश्त को बनाएं रखने के लिए आपको कुछ ख़ास तरीके अपनाने होंगे।
चुस्त-दुरुस्त बनाए दिमाग :
याददाश्त को चुस्त – दुरुस्त बनाने के लिए दिमाग की क्षमता का ज्यादा से ज्यादा प्रयोग करे। और आपको कुछ न कुछ ऐसा करते रहना चाहिए । जिससे आपको दिमाग लगाना पड़े जैसे अखबार पढना, हिसाब के प्रश्न दोहराना और जानकारियाँ इकठी करना इससे हमारा दिमाग तदरुस्त रहेगा, और मानसिक स्तिथि भी स्वास्थ्य रहेगी।
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संगीत भी है विकल्प याददाश्त का
आजकल दुनिया में शादय ही आपको ऐसा मनुष्य मिला होगा। जिसे संगीत अच्छा न लगता हो जब हमारा मन दुखी होता है। तो हम संगीत सुनते है और संगीत सुनने से हमारा मन शांत होता है। कहा भी गया है, कि संगीत सुनने से हमारे दिमाग की संरचना बदल जाती है। याददाश्त को मजबूत रखने के लिए संगीत सुनना एक अच्छा विकल्प माना जाता हैं।
अच्छी नींद से बेह्तर होगी याददाश्त :
हमारे जीवन में अच्छी नींद का असर दिमाग की कार्यशैली पर पड़ता है। अगर आप अच्छी नींद न लेते है, तो दिमाग के कई कामों पर जबरदस्त फर्क पड़ता है। इससे आपका पूरा दिन अच्छा नहीं गुजरता और अच्छी नींद लेने से दिमाग में सीखे गए अनुभवों को और मजबूत किया जा सकता है। अच्छी नींद लेने से दिमाग तदरुस्त होता है, और सोचने की क्षमता बढती हैं।