संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट के अनुसार भारत में 15.2 प्रतिशत यानी 19.46 करोड़ लोग भूखे सोते हैं। या फिर यूं कहिये कि पर्याप्त भोजन नहीं मिल पाने के कारण ये लोग कुपोषण के शिकार हैं। अब सिक्के को पलटिये। आपको बिहार दिखाई देगा, जहां करोड़ों रुपए महज होर्डिंग्स पर फूंके जा रहे हैं। जी हां पांच करोड़ से ज्यादा रुपए सिर्फ होर्डिंग्स पर खर्च किये गये हैं।
किस पार्टी ने होर्डिंग, पोस्टर, बैनर पर कितने करोड़ खर्च किये हैं, चलिये पढ़ते हैं फटाफट अंदाज में, क्योंकि हमें मालूम है कि आपके पास समय की कमी है।
- बिहार की पोस्टर वॉर में अलग-अलग पार्टियों ने 7 हजार से ज्यादा बड़े पोस्टर बनवाये हैं।
- जनता दल यूनाइटेड ने बिहार में 1,267 बड़े पोस्टर अथवा होर्डिंग्स लगवाये हैं।
- भारतीय जनता पार्टी ने 5,314 होर्डिंग्स लगवाये हैं।
- राष्ट्रीय जनता दल ने के होर्डिंग्स की संख्या 300 के पार हो चुकी है।
- पासवान की लोजपा ने 230 होर्डिंग्स लगवाये हैं।
- भाजपा ने अब तक होर्डिंग्स पर 2.70 करोड़ रुपए खर्च किये हैं।
- इन बड़ी होर्डिंग्स के अलावा छोटे-छोटे पोस्टर और बैनर अलग हैं।
- बैनर तो सड़कों पर लगे हैं, उसके अलावा लाखों रुपए पैमप्लेट्स पर खर्च हो रहे हैं।
करोड़ों रुपए ऐसे ही खर्च नहीं हो रहे हैं। पार्टियों को कई निजी कंपनियों ने चंदा दिया है। कई नेताओं ने अपने मकान गिरवी रख दिये हैं और बाहुबलियों की आय के बारे में आप जानते ही हैं, वसूली और ठेकेदारी से ही करोड़ों रुपए पैदा हो जाता है।
जरा सोचिये भारत की चुनावी तस्वीर देख उन लोगों पर क्या गुजरती होगी, जिन्हें दो जून की रोटी तक नहीं नसीब होती। खैर वो भी अच्छी तरह जानते हैं कि ये सब कुर्सी का खेल है। जो जीता वो फायदे में और जो हारा, वो भी फायदे में, क्योंकि यूपी-बिहार में आप चुनाव जीते-न-जीतें, पार्टी का टिकट मिलने भर से इलाके में आपका दबदबा बढ़ जाता है और फिर आगे का बिजनेस चलने नहीं दौड़ने लगता है।