भारत में बरसात का मौसम मौज मस्ती का समय होता है, क्योंकि बारिश झुलसे हुए खेत-खलिहानों के लिए जीवन प्रदान करती है । परंतु छोटे बच्चों के अभिभावकों के लिए चिंता का विषय होती है ,
क्योंकि मौसम के बदलने से तेज बुखार होना, नाक बह्ना, संक्रमण फैलना आदि होना आम बात है । ऐसे समय में ब्च्चों को सुरक्षित रखने के लिए बरसात के मौसम में पहनने वाले कपडे पहनाना आवश्यक होता है।
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भारत में आमतौर पर बरसात का मौसम जून आधे से लेकर सित्मबर आधे तक रहता है । देश के कुछ हिस्सों में जुलाई और अगस्त में बारिश बहुत तेज होती है ।
इसके अतिरिक्त भारत के कुछ हिस्सों में अप्रैल और अकटूबर में हल्क-फुल्की बारिश होती है जो कि बहुत ज्यादा तो नही होती परंतु बच्चों की सेहत पर आवश्य असर करती है ।
बरसात के मौसम में बच्चों को सेहतमंद रखने के लिए उन्हें क्या पहनना चाहिए ? बरसात के दिनों में सिर, छाती और पेरों को ढक कर रखें । जो कपडे पानी को सोख लेते हैं और बच्चों को सूखा रखते हैं वही कपडे इस मौसम के लिए बेहतर विकल्प होते हैं ।
बरसाती मौसम में ब्च्चा पूरी तरह सूखा रहे और आरामदायक मह्सूस करे हमें रैक्जीन,प्लास्टिक, और कठोर प्लास्टिक से बने पार्दर्शी कपडे पहनाने चाहिए ।बरसात में भीगने से बचने के लिए शिफोन एवं नाइलोन पहनना अनुकूल होगा क्योंकि इस प्रकार के कपडे गीले होने पर भी जल्दी सूख जाते हैं ।
बरसात के मौसम में कीचड और पानी दोनों अवश्यंभावी होते हें इसलिए हल्के कपडे जैसे सूती , गाबर्डीन और रेशम मिश्रित कपडे पहनना ठीक नही होता क्योंकि आप इनमें लगे जिद्दी दागों से आसानी से छुटकारा पा सकते हैं ।
जींस, डेनिम और दूसरे भारी कपडे क्योंकि उनमें पानी ठहर जाता है और उन्हें सूखने में बहुत देर लगती है क्योंकि धूप न निकलने के कारण कपडे सूख नही पाते । बुने हुए और ऊनी कपडे, क्योंकि पानी सोखने लेने के कारण यह सिकुड जाते हैं, और तेज धूप न निकलने के कारण ऐसे कपडे जल्दी सूख नही पाते ।
बरसात में सिर को टोपी, छाते और टोपीदार कोट से ढक कर रखना चाहिए ।छोटे बच्चों के लिए नाजार में छाते की शक्ल में कई रगों में हैट और टोपियां मिलती है और दोनों ही हैंड-फ्री होने के सथ-साथ बारिश से बचाव भी करती हैं ।
बारिश से बचाव के लिए रैनकोट जैसे वजन में हल्के कपडों का इस्तेमाल किया जाना चाहिए । शरीर से लगे छोटे बच्चों के लिए कुछ रैनकोट बेल्ट के साथ मिलते हैं जो पूरी तरह सुरक्षित होते हैं विशेषकर जब तेज हवा चलती है ।
आजकल कपडों के ऊपर पहने जाने वाले जैकट एवं कन्धों को ढक कर रखने वाले कपडे भी मिलते हैं जो बच्चों के लिए सुरक्षित होन्मे के साथ-साथ फैशन के अनुरुप भी होते हैं ।
पानी से बचने के लिए घुटनों से ऊपर पहने जाने वाले या बरसाती जूतों का इस्तेमाल किया जाना चाहिए जो पैरों को तब भी पूरी तरह सूखा रखते हैं जब उनका पैर गल्ती से दलदल में फंस जाए।
रबड के सलीपर खरीदें क्योंकि यदि बरसात के कारण वे गंदे हो जाएं या उन पर कीचड लग जाए, तब उन्हें साफ करना आसान होता है । बरसात में सैंडिल,चप्पल,बक्कल वाले जूते सभी बच्चों के लिए उपयुक्त होते हैं।
इन सभी प्रकार के जूतों में कई तरह के रंग और कार्टून करैक्टर भी मिलते हैं जिन्हें देख बच्चे खुश हो जाते हैं।