बच्चे, यानि जब हम छोटे होते है, तब इस अवस्था में बच्चो का दिमाग बहुत ही तेजी से विकसित होता है, और मस्तिक विकास में आसपास के वातावरण और माहौल का प्रभाव दिमाग पर सीधा असर करता है, यानि बच्चो के Mind विकास में बच्चे किसी प्रकार के मॉहौल अच्छे वातावरण की जरुरत होती है, और जब बच्चे दिन-रात इन्ही फोन में खो जाते है, तो उनके दिमाग पर तरह तरह के Pressure के प्रभाव देखने को मिलते है।
वर्तमान में हम पूरी तरह से मोबाइल पर आश्रित होते जा रहे हैं। बिना फोन के हमारा काम नहीं चलता है। सुबह उठने के साथ ही देर रात तक फोन हमारे हाथ में होता है, जैसे यही हमारा सबसे अच्छा साथी हो। लेकिन इसके अधिक प्रयोग के कारण कई प्रकार की स्वास्थ्य समस्यायें होती हैं। इसलिए जरूरी है, कि फोन को अपनी जिंदगी में अधिक दखल देने से बचाया जाये।
स्वास्थ्य के लिए हानिकारक :
कई शोधों में यह साबित हो चुका है कि देर रात तक फोन का प्रयोग करने से इससे निकलने वाली नीली रोशनी हमारी नींद उड़ाती है। फोन के अधिक प्रयोग के कारण हमारी याद्दाश्त कमजोर हो रही है, क्योंकि हम कुछ भी याद करने के लिए दिमाग पर जोर डालने के बजाय फोन का सहारा लेते हैं।
प्रकृति के साथ बिताएं कुछ लम्हें :
प्रकृति में जाने से अच्छा सुकून,कहीं नही मिल सकता है। यह मोबाइल से दूरी बनाने का एक अच्छा विकल्प भी है। आप कहीं भी रह रहें हों सुबह के वक्त थोड़ी देर प्रकृति की गोद में बितायें। हो सके तो पार्क में नंगे पांव चलें।
मोबाइल चेक करने की बजाय व्यायाम करें :
सुबह उठने के साथ ही मोबाइल चेक करने की बजाय व्यायाम करें। व्ययाम करने से आपका शरीर फिट रहेगा साथ ही बीमारियों से बचाव होगा। आप सुबह जितना वक्त फोन को देते हैं उतने समय के लिए व्यायाम करना ज्यादा बेहतर है। योग और मेडीटेशन भी करें। इससे दिमाग शांत रहता और दिनभर ऊर्जा बनी रहती है।
समाचार मोबाइल की बजाय न्यूज पेपर में पढ़ें:
सुबह उठने के बाद न्यूज पढ़ने की लगभग सभी की आदत होगी। लेकिन स्मार्टफोन के कारण लोग न्यूज पेपर की जगह मोबाइल में ही खबरों को पढ़ते हैं। अगर आप फोन से दूर बनाना चाहते हैं तो समाचार मोबाइल की बजाय न्यूज पेपर में पढ़ें। इससे आपकी पढ़ने की क्षमता बढ़ेगी।
खाना खाते वक्त फोन को दूर रखें:
खाना खाते वक्त फोन अपने पास बिलकुल भी न रखें। खाने के दौरान मोबाइल चेक करने से आपका ध्यान भटक सकता है। इसलिए खाने के दौरान केवल स्वादिष्ट व्यंजनों का लुत्फ उठायें न कि मोबाइल का।
खाली समय में टाइम पास करने के लिए लोग मोबाइल से बेहतर कुछ नहीं मानते और इसके कारण ही फोन के प्रति उनका आकर्षण और भी बढ़ता है। तो अब अगर वीकेंड पर आपके पास समय है तो फोन पर चिपके रहने की बजाय किताब से दोस्ती कीजिए। किताब पढ़ना एक अच्छी आदत है और इससे याद्दाश्त भी बढ़ती है।
बच्चे पढ़ाई छोड़ मोबाइल में व्यस्त:
अक्सर बच्चे फोन उपयोग करते है तो उनके सोचने की क्षमता भी एक सिमित अवस्था तक ही रह जाती है अक्सर बच्चे Smartphone में Game को सबसे ज्यादा महत्व देते है, और ये Game जो की बहुत ही आक्रामक और Competition Type के होते है।
जिससे बच्चे सोचते है वे हर गेम के Level पार कर लेंगे लेकिन इस स्थिति में बच्चे अपनी पढाई और खाना पीने पर ध्यान नही देते है जिससे यदि बच्चो को बीच में रोका जाय तो बच्चो के व्यव्हार में गुस्सा और आक्रामकता का भाव दिखाई देने लगता है
Smartphone से निकलने वाली रेडियो तरंगे है हानिकारक :
Smartphone से निकलने वाली रेडियो तरंगे और लगातार Smartphone उपयोग करने से फोन बहुत ज्यादा गर्म होने के कारण यही फोन हमारे सेहत पर सीधा असर डालती है अनेक वैग्निको के रिसर्च के अनुसार एक निश्चित समय तक फोन का उपयोग हो तो तब ठीक है।
लेकिन बहुत अधिक समय तक लगातार फोन उपयोग करने से दिल, दिमाग, आखो पर इसका सीधा असर पड़ता है। हमारी आपसे विनती है की आप अपने आपको और अपने बच्चों को फ़ोन से दूर रखें, ताकि कोई प्रोब्लम न हो।