पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता धार्मिक शहर होने के साथ साथ आकर्षक शहर भी है। जिसमे अनेकों संग्राहलय, ऐतिहासिक भवन, अनगिनत मंदिर, आलीशान मस्जिदें, चर्च, गुरूद्वारे और आर्ट गैलरियां हैं।
कोलकाता की बहुतायत इमारतें गोथिक, बरोक, रोमन और इंडो-इस्लामिक स्थापत्य में बनी हुई हैं। जो एक पर्यटक की नज़र से लाजवाब हैं। सांस्कृतिक और पारम्परिक शहर कोलकाता को भारत का दिल कहा जाता है। कोलकाता को पहले कलकत्ता के नाम से जाना जाता था, जो ब्रिटिश राज्य से ही सांस्कृतिक केंद्र रहा है।
यहाँ के लोगों को साहित्य और कला के लिए सदा से ही सराहा जाता है। इस शहर को सांस्कृतिक और धार्मिक रूप से भी देखा जाता है, जैसे यहाँ हर साल दुर्गा पूजा, दिवाली दशहरा या फिर कोई भी पर्व के लिए कोलकाता को याद किया जाता है। तो दोस्तों छुट्टियों के मौसम में आप कोलकाता के आकर्षणों का रुख कर सकते हैं जो बेमिसाल हैं। जहाँ पहुँचके आप कोलकाता की संस्कृति से रूबरू हो सकेंगे।
दक्षिणेश्वर काली मंदिर
देवी काली को समर्पित है आकर्षक दक्षिणेश्वर काली मंदिर कोलकाता के मुख्य आकर्षणों में से एक है, जो हुगली नदी के तट पर स्थित है। काली का अर्थ है ‘कला’ इस मंदिर में देवी काली की मूर्ति की जिह्वा खून से सनी है और देवी नरमुंडों की माला पहने हुए हैं। कहा जाता है कि कभी श्री रामकृष्ण परमहंस यहाँ पुजारी थे। आप कोलकाता में आकर यहाँ आना मत भूलियेगा।
विक्टोरिया मैमोरियल
भारत से ब्रिटिश राज्य ख़त्म होने की श्रद्धांजलि के रूप में देखा जाता है विक्टोरिया मैमोरियल को। जहाँ शाही परिवार की कुछ तस्वीरें मौजूद हैं। इसकी खूबसूरती का पता आप इसकी दीवारों में बनी नक्काशी महीन काम को देख के लगा सकते हैं।
टीपू सुल्तान मस्जिद
कोलकाता के आकर्षण मस्जिदों में से एक है टीपू सुल्तान मस्जिद जो बेमिसाल है और इस्लामिक कलात्मक शैली में बनी हुई है। कोलकाता आने की सोच रहे हैं या फिर आप कोलकाता के हैं तो यहाँ आना मत भूलियेगा क्यूंकि कि यह कोलकाता के प्राचीन इमारतों में से है।
भारतीय संग्रहालय
कोलकाता का भारतीय संग्राहलय विश्व का सबसे पुराना और भारत का सबसे बड़ा संग्राहलय माना जाता है। इस संग्राहलय में सामान्यज्ञान, विज्ञान का अधिक ज़ोर दिया गया है। यह ब्रिटिश काल की बहुत सी चीज़ों को अपने में समेटे हुए है।
हावड़ा ब्रिज
कोलकाता की बात हो और हावड़ा ब्रिज न आये तो बहुत कुछ अधूरा लगता है। रविन्द्र सेतु के नाम से भी जाना जाने वाला हावड़ा ब्रिज, कई फिल्मों में अपनी नै छाप छोड़ चुका है। यह ब्रिटिश काल में बनावाया गया था, हालांकि यह बाद में फिर से बनाया गया था।
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