विश्वास न होना
सच कहें तो हम भूल गये अपने दादा – दादी जी के रिश्तों को उनके ज़माने में रिश्तों को इतनी एहमित देते थे ऐसा लगता था कि हम सुंदर और सुनहरे स्वर्ग में निवास करते है रिश्तों में खटास का सबसे एहम कारण विश्वास का न होना , रिश्ते में विश्वास होने का मतलब है कि आपका रिश्ता मजबूत है।
वहीं अगर आपको यह अहसास होने लगे कि आपके और आपके साथी के बीच अब विश्वास नहीं है या आप चाह कर भी उस पर विश्वास नहीं कर पा रहे तो आपके रिश्ते में प्यार की कमी है या यों कहें कि रिश्ता केवल नाम के लिए रह गया है। यदि विश्वास की डोर की कमजोर पड़ गई है तो रिश्ते को आगे ले जाना व्यर्थ है क्योंकि बिना विश्वास के किसी रिश्ते का भविष्य अधिक नहीं हो सकता।
अपनों की बात को सुनों और जानने की कोशिश करो कि वो क्या कहना चाहता है
आपनों की बात को सुनना बहुत जरुरी है कुछ लोग रिश्ते में होने के बावजूद एक दूसरे की सुनना पसंद नहीं करते। सब आजकल अपनी बात दूसरे के सामने रखना चाहते हैं लेकिन सुनने को तैयार नहीं रहते। प्रेमी या पति-पत्नी एक दूसरे के सामने अपने दिल की रखना चाहते हैं लेकिन किसी के पास ऐसा पैसेंस नहीं रहता कि जो अपने पार्टनर की भी सुन सके। अगर दोनों मिलकर कोई निर्णय लेना चाहते हैं तो एक-दूसरे को सुनना आवश्यक है।
रिश्तों को बनाए रखने में पहल करना
आजकल लोग ज्यदातर टीवी में जो सीरियल मूवीज में जो होता है उन बातों को अपने रिश्ते में बढावा देने की कोशिश करते है सच कहें तो आजकल ‘रिलेशनशिप गोल’ नाम की चीज आ गई है जो रिश्तों को सांस तक लेने में दिक्कत हो रही है। रिश्ते मजेदार और स्ट्रेसलेस नहीं रहे। फिल्म, सोशल मीडिया आदि के बनावटी तामझाम में लोग संबंधों को तनावपूर्ण बना लेते हैं जिसका जीवन के असल आनंद से कोई लेना देना नहीं है। दूसरों के दिखावटी विचार और प्रभाव से लोग खुद की रिलेशन को तबाह करने लगते हैं।
इंटरनेट का रिश्तों पर प्रभाव
सोशल मीडिया और डेटिंग वेबसाइट के आविष्कार ने संबंधों को बिगाड़ने में ‘जख्म पर नमक छिड़कने ’ का काम किया है। इससे लोगों को लगता है कि उनके पास अनगिनत विकल्प हैं। जब चाहें अपने पसंद के लोगों से जुड़ सकते हैं, सम्बन्ध भी बना सकते हैं। लोग सोच लेते हैं कि बाकी सब ऐसे ही आराम और सुख-चैन से हैं जैसे फोटो में दिखते रहते हैं। कभी-कभी छलावे में आकर सब कुछ तबाह कर लेते हैं। इन सबसे उनके पास समय भी कम ही बचता है जो वो पार्टनर को नहीं दे पाते।अपने पार्टनर को समय न देने का एक बहुत बड़ा कारण सोशल मीडिया जेसे Facebook, Whatsapp , instagram , IMO etc… बहुत सारी websites है।