अपनी मुस्कुराहट को बनाएं रखने के लिए, दांतों को लंबे वक्त तक मजबूत और सुरक्षित कैसे रखें!

दांत हमारी खूबसूरती में चार चाँद लगा देता है, इसलिए एक बेहतरीन स्माइल के लिए इसका साफ सुथरा रहना भी उतना ही जरुरी है।

आजकल 40 साल से ऊपर उम्र होते ही दांतों में कीड़ा लगने लग जाता है। कई बार दांतों में सेंसिटिविटी बढ़ जाती है जिसकी वजह से कुछ भी मीठा खाते हुए दांतों में तेज झनझनाहट और दर्द की शिकायत होने लगती है।

ध्यान न देने की वजह से दांतो में दर्द और ब्लीडिंग की दिक्कतें आती हैं और ऐसे में दांत निकलवाना पड़ता है। लेकिन अगर शुरुआत से ही दांतों की देखभाल की जाए तो ऐसी परेशानियों से बचा जा सकता है।

खान-पान का रखें ध्यान: कई विटामिन्स की कमी से हमें दांतो की परेशानियों का सामना करना पड़ता है, इससे पायरिया जैसी बीमारी हो सकती है।

विटामिन सी ये दांतों में होने वाले बैक्टीरियल इंफेक्शन की रोकथाम करने का काम करते हैं। टमाटर, संतरा, ब्रोकली, सेब और मौसंबी का सेवन करें। 

विटामिन ए के लिए अंडा, दूध, गाजर, पीली या नारंगी सब्जियां, पालक, पपीता, दही, सोयाबीन और दूसरी पत्तेदार हरी सब्जियां का सेवन करें।

दांतों के स्वास्थ्य के लिए विटामिन बी 12 बहुत जरूरी होता है। इससे दांत के कमजोर होने की संभावना कम हो जाती है। आप अपनी डाइट में मीट, मछली, अंडे,मशरूम, दूध और अन्य डेयरी उत्पाद का सेवन कीजिए।

विटामिन डी दांतों के लिए बहुत महत्वपूर्ण पोषक तत्व होता है। यह विटामिन दांतों को स्वस्थ्य रखने में काफी हद तक मदद करता है। आप हर दिन 20 मिनट सूर्य की रोशनी में जरूर गुजारें।

अपने आहार में शुगर की मात्रा को ना के बराबर या कम रखें। अगर आप ऐसा कुछ खाते हैं तो खाने के बाद तुरंत पानी से कुल्ला कर लें।

दांत दर्द में अपनाएं ये घरेलू नुस्खे: दांत के दर्द में लौंग का तेल प्राकृतिक जड़ी-बूटी का सबसे प्रभावी उपचार माना जाता है। लौंग के तेल को काली मिर्च के पाउडर में मिलाएं और उसे दर्द वाले दांत पर लगाएं।

दांत के दर्द से छुटकारे का एक अन्य प्राकृतिक विकल्प सरसों का तेल है। एक चुटकी नमक के साथ मिला कर इसे मसूढ़े के प्रभावित हिस्से पर मालिश करनी चाहिए।

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